सोलर बैटरी – प्राइस, टाइप्स, टेक्नोलॉजी और कम्पलीट गाइड
सोलर बैटरी पावर स्टोरेज डिवाइस है जिन्हे सोलर पैनल बैटरी, सोलर पावर बैटरी या सोलर बैटरी स्टोरेज के रूप में भी जाना जाता है। सोलर बैटरी को पावर बैकअप प्रदान करने के लिए सोलर चार्जर कंट्रोलर या सोलर इन्वर्टर से कनेक्ट करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
लेटेस्ट जनरेशन की यह बैटरी आपके सोलर पावर उपयोग करने का तरीके बदल देंगी। आप अपने सोलर पैनल द्वारा जनरेट अतिरिक्त बिजली को सोलर बैटरी में स्टोर कर आवश्यकतानुसार इसका उपयोग कर सकते हैं।
आप अपने घर में सोलर बैटरी इंस्टॉल करने से कम ग्रिड बिजली का उपयोग करते हुए घर पर अधिक पावर का उपयोग कर सकते हैं। यदि आप ग्रिड बिजली कटौती से परेशान है और आपको पावर बैकअप की आवश्यकता होती है, तो सोलर स्टोरेज विकल्प आपके लिए बेस्ट हैं।
सोलर बैटरी मार्केट में विभिन्न साइज और कैपेसिटीस में उपलब्ध हैं। जिन्हे जानने के लिए निचे दी गई जानकारी को पूरा पढ़े।
सोलर बैटरी सहित किसी भी सोलर कंपोनेंट का प्राइस उसकी कैपेसिटी, ब्रांड, टाइप आदि से निर्धारित होता है। सोलर बैटरी का प्राइस लगभग 2,800 रु से रु 13,000, तक है जैसा कि नीचे दिखाया गया है।
सोलर बैटरी मॉडल
रेटिंग (Ah)
सेल्लिंग प्राइस
20Ah सोलर पावर बैटरी
20Ah
रु. 2,800
40Ah सोलर पावर बैटरी
40Ah
रु. 3,700
60Ah सोलर पावर बैटरी
60Ah
रु. 4,500
75Ah सोलर पावर बैटरी
75Ah
रु. 6,000
100Ah सोलर पावर बैटरी
100Ah
रु. 7,800
150Ah सोलर पावर बैटरी
150Ah
रु. 11,900
200Ah सोलर पावर बैटरी
200Ah
रु. 12,900
(सभी टेक्स के साथ) प्लेस, पब्लिसिटी और अवेलेबिलिटी और सोलर ब्रांड के आधार पर प्राइस ± 10% से 12% तक भिन्न हो सकते हैं।
यह यूटीएल सोलर, लुमिनस सोलर, हैवेल्स सोलर, एक्साइड सोलर और पतंजलि सोलर जैसे भारत के सभी प्रतिष्ठित सोलर ब्रांड के स्टैण्डर्ड प्राइस हैं।
सोलर बैटरी मुख्य रूप से दो टाइप की होती हैं। इन बैटरियों का ज्यादा तर उपयोग सोलर इंडस्ट्री में किया जा रहा है। यदि आप सोलर सिस्टम इंस्टॉल करने या मौजूदा सोलर सिस्टम में बैटरी लगाने के बारे में सोच रहे हैं। तो निचे दी गई जानकारी को जरूर देखे।
टॉल ट्यूबलर सोलर बैटरी (लेड एसिड)
लिथियम-आयन सोलर बैटरी (LiFePO4)
आइए इन 2 टाइप्स की सोलर बैटरियों पर एक नज़र डालें।
Types of Solar Battery
#3. टॉल ट्यूबलर सोलर बैटरी
लेड-एसिड टॉल ट्यूबलर बैटरी सबसे बेहतर, ओल्डेस्ट और रिलाएबल सोलर बैटरी टेक्नोलॉजी है। यह स्टैण्डर्ड बैटरियों का एक एडवांस्ड एडिशन है जिसका उपयोग घर पर सोलर पैनल के साथ किया जा सकता है।
सोलर बैटरी C-10 रेटेड बैटरी हैं, इसे स्पेसिफिक रूप से सभी सोलर ऍप्लिकेशन्स की जरूरतों को पूरा करने के लिए डिज़ाइन किया गया हैं।
एक ट्यूबलर बैटरी को हर 3 से 6 महीने में टॉप-अप करने की आवश्यकता होती है यह किसी भी अन्य बैटरी की तुलना में अधिक पावर स्टोर कर सकती है।
सोलर ट्यूबलर बैटरी डीप साइकिल सोलर बैटरी हैं जिसकी पूरी तरह से टेस्टिंग कि गई है और इनका उपयोग ऑफ-ग्रिड सोलर सिस्टम, हाइब्रिड सोलर सिस्टम और सोलर होम लाइटिंग सिस्टम में किया जा सकता है।
LED acid tall tubular solar batteries
टॉल ट्यूबलर सोलर बैटरी के लाभ और हानि
लाभ
हाई एफिशिएंसी बैटरी
1500 से अधिक लाइफ साइकल्स
5 से 7 साल लॉन्ग वर्किंग लाइफ
लागत प्रभावी सोलर प्रोडक्ट
इजी मेन्टेन, इंस्टॉल करने, और एक्सेस करने में आसान।
भारी रखरखाव की जरूरत नहीं
बहुत कम रिपेयर और मेंटेनेंस लागत
हानि
ट्यूबलर बैटरी हैवी होती हैं
आपको इन बैटरियों को समय पर रिफिल करना होगा
लिथियम-आयन बैटरी की तुलना में अधिक स्पेस की आवश्यकता होती है
#4. लिथियम-आयन सोलर बैटरी
लिथियम-आयन अन्य टाइप की पॉपुलर सोलर बैटरी है, जो अपनी हाई रेटिंग और लॉन्ग साइकिल लाइफ के लिए जानी जाती है। लिथियम-आयन बैटरी का महत्वपूर्ण लाभ उनका एक्सट्रेमेली लॉन्ग लाइफ-साइकिल (5000 साइकिल तक) हाई चार्ज और स्टोरेज कैपेसिटी है, जो सोलर पैनल से अधिक पावर प्राप्त करता है।
लिथियम आयरन फॉस्फेट (LiFePO4) बैटरी आपके सोलर पावर एप्लीकेशन के लिए लिथियम-आयन बैटरी का सबसे बेस्ट टाइप है। LiFePO4 बैटरियां पूरी तरह से सुरक्षित है यह 15 से 20 वर्षों तक स्थिर रहती हैं और इन्हें मेंटेनेंस की आवश्यकता नहीं होती।
इसमें इलेक्ट्रिकल परफॉरमेंस और कम रेजिस्टेंस है। जिस वजह से, लिथियम-आयन बैटरी सोलर एप्लीकेशन की एक विस्तृत सीरीज के लिए एक्सीलेंट विकल्प है, जिसमें सभी सोलर स्ट्रीट लाइट और सोलर पावर से चलने वाले वाहन शामिल हैं।
Lithium-ion solar battery
लिथियम-आयन सोलर बैटरी के लाभ और हानि
लाभ
डिस्चार्ज की 95% डेप्थ (DoD)
5000 से अधिक लाइफ साइकिल
हाई पावर डेंसिटी
लेड-एसिड बैटरी की तुलना में अधिक एफ्फिसिएंट
मेंटेनेंस की आवश्यकता नहीं है
इको-फ्रेंडली सोलर बैटरी
हानि
कम्पेरेटिव रूप से अधिक एक्सपेंसिव
#5. सोलर और नार्मल बैटरी
नार्मल बैटरी
सोलर बैटरी
केवल ग्रिड पावर पर काम करता है
सोलर पावर और ग्रिड पावर पर काम करता है
नार्मल इन्वर्टर/UPS के साथ प्रयोग किया जाता है
सोलर इन्वर्टर और सोलर सिस्टम के साथ प्रयोग किया जाता है
C20 और अधिक रेटेड बैटरी
C10 रेटेड बैटरी
प्रोवाइड लेस्स पावर और सपोर्ट लेस्स लोड
प्रोवाइड मोर पावर और सपोर्ट मोर लोड
डीप डिस्चार्ज नहीं किया जा सकता है
डीप डिस्चार्ज किया जा सकता है
स्लो चार्जिंग और डिस्चार्जिंग रेट
फास्ट चार्जिंग और डिस्चार्जिंग रेट
3 से 5 घंटे का बैकअप
नार्मल बैटरी से 20% से 25% अधिक बैकअप
कम एक्सपेंसिव
मोर एक्सपेंसिव
3 से 5 साल वर्किंग लाइफ
7 से 9 साल वर्किंग लाइफ
3 साल तक की वारंटी
5 साल तक की वारंटी
नार्मल बैटरी केमिकल रिएक्शंस में पावर स्टोरीज करती है, जो टाइम और उपयोग के साथ खराब हो सकती है।
सोलर बैटरी सूर्य के प्रकाश को बिजली में कन्वर्ट कर बिजली को स्टोर करती है
#6. सोलर बैटरी के फीचर्स
पिछले कुछ वर्षों से सोलर बैटरी की पॉपुलैरिटी बढ़ रही है। इन बैटरियों को स्पेसिफिक रूप से हाई परफॉरमेंस वाले सोलर सिस्टम में उपयोग के लिए डिज़ाइन किया गया है। आइए इन फीचर्स पर करीब से नज़र डालें।
एक्सीलेंट एफिशिएंसी
सोलर सिस्टम की ओवरआल सक्सेस स्टोरेज एफिशिएंसी पर निर्भर करती है। इसलिए, सोलर बैटरी का एक एक्सीलेंट एफिशिएंसी लेवल होता है। एक सोलर बैटरी आपके सोलर पैनल सिस्टम के उपयोग को अधिकतम करती है और आपकी पावर को बढ़ाती है।
सुपीरियर लाइफ साइकिल
सोलर बैटरी एक्सपेक्टेड लाइफ बहुत लॉन्ग है। इसके अलावा, सोलर बैटरी टाइप के आधार पर, उनकी लाइफ साइकिल बहुत लॉन्ग होती है। लेड-एसिड ट्यूबलर बैटरी की लाइफ साइकिल 1500 होता है, जबकि लिथियम-आयन बैटरी का लाइफ साइकिल 5000 है।
हाई राउंड ट्रिप एफिशिएंसी
सोलर बैटरियों में हाई राउंड ट्रिप एफिशिएंसी होती है। इसका मतलब है ट्रांसमिशन के दौरान बिजली का नुकसान बहुत कम होगा और आप स्टोर की गई अधिकांश बिजली का उपयोग कर पाएंगे।
टफ फ्यूचरिस्टिक डिजाइन
सोलर बैटरियां हाई-क्वालिटी मटेरियल से बनी होती हैं और इनका स्वरूप बहुत ही प्रीमियम के साथ यह मजबूत और ऑफ-ग्रिड, हाइब्रिड सोलर सिस्टमो के लिए सूटेबल हैं। इन्हें आप अपने घर में कहीं भी लगा सकते हैं।
वाटर लेवल इंडीकेटर्स
सोलर बैटरी में यूनिक फीचर्स यह है कि इनमें वाटर लेवल इंडीकेटर्स शामिल हैं। वाटर लेवल इंडीकेटर्स आपको बताएंगा कि आपकी बैटरी में कितना पानी बचा है और इसे कब रिचार्ज करना है।
अल्ट्रा-लो मेंटेनेंस
सोलर बैटरी को बहुत कम मेंटेनेंस की आवश्यकता होती है। इन बैटरियों को 3 से 6 महीने में टॉप-अप करने की आवश्यकता होती है। इन बैटरियों की कोई अतिरिक्त रिपेयरिंग या मेंटेनेंस लागत नहीं है।
घर के लिए बेस्ट सोलर बैटरी चुनने के लिए 5 टिप्स
अगर आप अपने घर के लिए सोलर बैटरी की तलाश कर रहे हैं तो सबसे पहले आपको यह पता होना चाहिए कि सबसे अच्छी बैटरी कैसे चुनें। नीचे कुछ महत्वपूर्ण पॉइंट्स दिए गए हैं जिन पर आपको अपने घर के लिए बेस्ट सोलर बैटरी का चयन करते समय विचार करना चाहिए।
क्या आप सबसे बेस्ट कैपेसिटी वाली सोलर बैटरी जानते हैं?
सोलर बैटरी की कैपेसिटी/रेटिंग इंडिकेट करती है कि बैटरी कितनी पावर प्रदान कर सकती है। आमतौर पर, बैटरी कैपेसिटी को Ah(एम्पीयर-हॉर्स ) में मापा जाता है। पावर कैपेसिटी जितनी अधिक होगी उपयोग के लिए उतनी ही अधिक बिजली उपलब्ध होगी और आप बैटरी लाइफ पर उपकरणों को उतनी ही देर तक ऑपरेट कर सकते हैं। घरेलू उद्देश्यों के लिए, हमारा सुझाव 150Ah कैपेसिटी की बैटरी है।
क्या आपका सोलर ब्रांड लॉन्ग टाइम तक आपके साथ रहेगा?
सोलर बैटरी का ब्रांड उन फैक्टर्स में से एक है जो अधिकांश लोगों को साइकोलोजिस्ट रूप से प्रभावित करते हैं। कई सोलर ब्रांड अपने सोलर प्रोडक्ट को बेचते समय आपसे कई वादे करते हैं, लेकिन कुछ टाइम के बाद प्रोडक्ट खराब हो जाते हैं। इसलिए केयरफुल रहें और केवल रिलाएबल ब्रांड जैसे UTL सोलर, लुमिनस सोलर, एक्साइड सोलर आदि का ही चयन करें।
क्या आपने कभी "राउंड-ट्रिप एफिशिएंसी" के बारे में सुना है?
आपने “राउंड-ट्रिप एफिशिएंसी” शब्द नहीं सुना होगा, लेकिन यह तय करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है कि आपके घर के लिए सोलर बैटरी सबसे बेस्ट है या नहीं। किसी भी बैटरी की राउंड ट्रिप एफिशिएंसी संग्रहीत बिजली के प्रतिशत का रिप्रजेंटेशन करती है जिसे अंतः उपयोग किया जा सकता है। और बाकी बिजली ट्रांसमिशन के दौरान खत्म हो जाती है। इसलिए हमेशा कम से कम 80% राउंड-ट्रिप एफिशिएंसी वाली सोलर बैटरी चुनें।
जानिए बैटरी के डिस्चार्ज की डेप्थ के बारे में।
सोलर बैटरी के डिस्चार्ज की डेप्थ से पता चलता है कि पूरी तरह चार्ज बैटरी से कितने प्रतिशत या कैपेसिटी को डिस्चार्ज किया जा सकता है। उदाहरण के लिए, यदि आपके पास 5kWh सोलर सिस्टम और 80% की अधिकतम DoD वाली बैटरी है, तो आपको बैटरी को दोबारा चार्ज किए बिना 4kWh से अधिक बिजली का उपयोग नहीं करना चाहिए। तो यह स्पष्ट है, आपको हाई DoD बैटरी के लिए जाना चाहिए।
क्या आपने सोलर बैटरी के वर्किंग लाइफ और वारंटी की तुलना की है?
ऑपरेशन के एस्टिमेटेड वर्ष, एक्सपेक्टेड थ्रूपुट और एक्सपेक्टेड साइकिल तीन मीट्रिक हैं, जिनका उपयोग बैटरी लाइफ कैलकुलेशन के लिए किया जाता है। थ्रूपुट आपको बताता है कि आप अपनी बैटरी से उसके पूरे लाइफटाइम में कितनी बिजली प्राप्त करेंगे। दूसरी ओर, साइकिल आपको बताती है कि आप कितनी बार बैटरी को चार्ज और डिस्चार्ज कर सकते हैं। हमेशा हाई थ्रूपुट, अधिक एक्सपेक्टेड साइकिल और लॉन्ग वारंटी वाली बैटरी चुनें।
कम्पलीट बैटरी बेस्ड सोलर कॉम्बो
इंडिया में बहुत ही किफायती प्राइस पर कम्पलीट बैटरी बेस्ड सोलर कॉम्बो प्राप्त करें।
नार्मल बैटरी की तुलना में सोलर बैटरी के कई फायदे हैं। यह एचडीपीई मटेरियल कैप, प्योर स्पाइन और ग्रिड अलॉय, नॉन-लीकिंग वेंट प्लग और हाई प्रेशर डाई कास्टिंग के साथ आता है। इसलिए, आपको इन बैटरियों के लिए जाना चाहिए।
एक बैटरी बेस्ड सोलर कॉम्बो एक कम्प्लीट ऑफ ग्रिड सोलर सिस्टम है। जिसमें आपको सोलर पैनल, सोलर बैटरी, सोलर इन्वर्टर और अन्य कम्प्लीट एक्सेसरीज सहित सोलर सिस्टम के सभी कंपोनेंट्स मिलेंगे।
लगभग सभी सोलर बैटरी स्टैण्डर्ड यूनिट्स में आती हैं जिन्हें Ah (एम्पीयर हॉर्स) कहा जाता है। आम तौर पर, 12 वोल्ट 100 Ah बैटरी इसमें 100-एम्पीयर हॉर्स स्टोर कर सकती है। किसी भी सोलर बैटरी की स्टोरेज कैपेसिटी उसके अनुसार उसकी कैपेसिटी पर निर्भर करती है।
नहीं, आप अपनी इच्छा के अनुसार किसी भी सिस्टम में सोलर बैटरी को बढ़ा या घटा नहीं सकते। प्रत्येक सोलर सिस्टम की अपनी आवश्यकताएं होती हैं। सोलर कंपोनेंट्स में कोई भी क्वांटिटेटिव चेंज पूरे सिस्टम को असंतुलित कर सकता है।
इतना लोड ऑपरेट करने के लिए, आपको 2kW सोलर सिस्टम इंस्टॉल करने की आवश्यकता है। और 2kW सोलर सिस्टम में, प्रत्येक 150Ah की 4 सोलर बैटरी की आवश्यकता होती है।