सोलर पैनल – प्राइस, टाइप्स, टेक्नोलॉजी, ब्रांड और कम्पलीट गाइडलाइन के साथ
सोलर पैनल इंटरकनेक्टेड सिलिकॉन सोलर सेल्स का एक कलेक्शन है जो सर्किट बनाता हैं। जिन्हे फोटोवोल्टिक सोलर मॉड्ल, सोलर प्लेट, सोलर पीवी मॉड्ल और सोलर पावर पैनल आदि के रूप में भी जाना जाता है।
सोलर पैनल सूर्य के प्रकाश को सोखकर इलेक्ट्रिक करंट जनरत करते हैं, जो डीसी वायर के माध्यम से आपके घरेलू उपकरणों तक जाता है। पैनल के सामने, एक ग्लास लेयर के साथ इन्सुलेट लेयर और प्रोटेक्टिव बैक शीट होती है। सोलर पैनल एक निश्चित अमाउंट में बिजली जनरेट करते है।
सोलर पैनल में सोलर सेल सिलिकॉन के टुकड़े या सिलिकॉन क्रिस्टल को एक साथ पिघलाकर और वेफर्स में काटकर बनाए जाते हैं। आमतौर पर, 60 या 72 इंडिविजुअल क्रिस्टलीय सिलिकॉन सोलर सेल एक साथ जुड़े और ट्रांसपेरेंट ग्लास से ढके होते हैं।
इस आर्टिकल में हम सोलर पैनल के बारे में सब कुछ सीखेंगे जैसे सोलर पैनल एफिशिएंसी, प्राइस, सोलर पैनल टाइप और बहुत कुछ। जिन्हे जानने के लिए निचे दी गई जानकारी को पूरा पढ़े।
शायद अपने पड़ोस की छतों पर सोलर पैनल देखे होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं कि वह कैसे काम करते हैं? आइए इसे समझते हैं। सोलर पैनल सिलिकॉन सेल्स से बने होते हैं। जब सूर्य का प्रकाश सोलर पैनल से टकराता है, तो सोलर सेल में इलेक्ट्रॉन गति करने लगते हैं जिससे बिजली का फ्लो शुरू हो जाता है। यह डायरेक्ट करंट है, जिसे डीसी बिजली के रूप में भी जाना जाता है।
Working of solar panel
हमारे अधिकांश घरेलू उपकरणों को डायरेक्ट करंट द्वारा ऑपरेट नहीं किया जा सकता है। सोलर पावर का प्रयोग करने के लिए सोलर इन्वर्टर डायरेक्ट करंट (DC) को अल्टरनेटिंग करंट (AC) में कन्वर्ट कर अधिकांश घरेलू उपकरणों को ऑपरेट करता है।
#2. सोलर पैनल एफिशिएंसी क्या है?
सोलर पैनल की एफिशिएंसी एक मेज़रमेंट है जो आपको बताता है कि सोलर पैनल किस तरह सूर्य के प्रकाश को बिजली में कन्वर्ट करता है। मान लीजिए सोलर पैनल एफिशिएंसी 22% है, तो जिसका अर्थ है कि यह 22% सूर्य के प्रकाश को बिजली में कन्वर्ट करता है।
सोलर पैनल एफिशिएंसी उनके टाइप, ब्रांड,वायरिंग और बेसबार आदि जैसे कई फैक्टर्स द्वारा निर्धारित की जाती है। अधिकांश पैनलों की एफिशिएंसी रेटिंग 15 से 22 प्रतिशत के बीच है। हाई एफिशिएंसी सोलर पैनल आमतौर पर महंगे होते हैं। हाई बिजली प्रोडक्शन करने वाले पैनलों के लिए अधिक भुगतान करना उचित होता है।
इसलिए यदि आपके पास लिमिटेड रूफ स्पेस है और पावर के साथ अपने सभी बिजली बिलों को कवर करने के लिए स्ट्रगलिंग कर रहे हैं, तो हाई एफिशिएंसी पैनलों का उपयोग करने से आपकी लॉन्ग टर्म सेविंग्स हो सकती है।
#3. सोलर पैनल के 3 टाइप
सोलर पावर की बढ़ती मांग सोलर पीवी टेक्नोलॉजी रिसर्च और विकास में प्रोग्रेस को बढ़ावा दे रही है। मार्किट में तीन टाइप के सोलर पैनल मौजूद हैं। यह पैनल एफिशिएंसी और मैटेरियल के मामले में एक दूसरे से भिन्न हैं। विभिन्न टाइप के सोलर पैनलों के बारे में जानने के लिए नीचे देखें।
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
बाइफेशियल सोलर पैनल
सोलर पैनल टेक्नोलॉजी अब बदल गई है और यह बेहतर होने जा रही है क्योंकि एफिशिएंसी, क्वालिटी में कंटिन्यू सुधार हो रहा है।
Types of solar panel
Polycrystalline Solar Panel
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल आम टाइप का सोलर पैनल हैं। यह पैनल सिलिकॉन के कई टुकड़ों को एक साथ प्रेस कर बनाए जाते हैं। पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनलों में आमतौर पर नीले रंग का धब्बेदार रूप होता है।
पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल एफिशिएंसी रेट्स लगभग 16% -17% है। यह पैनल एक्सट्रीम मौसम की स्थिति में काम करने के लिए सबसे अच्छे हैं। पॉलीक्रिस्टलाइन पैनल मोनोक्रिस्टलाइन की तुलना में थोड़े कम कुशल होते हैं लेकिन यह सस्ते होते हैं जो उन्हें एक लोकप्रिय विकल्प बनाता है।
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल दूसरा सबसे सफल टाइप का सोलर पैनल हैं। इन पैनलों की सतह पर कालापन होता है और यह सिंगल सिलिकॉन क्रिस्टल द्वारा बनाए जाते हैं। मोनोक्रिस्टलाइन पैनल में सोलर सेल अधिक गोल साइज में होते हैं और उनके कार्नर कटे हुए होते हैं।
मोनोक्रिस्टलाइन सोलर पैनल पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनलों की तुलना में अधिक कुशल होते हैं। इनकी एफिशिएंसी रेटिंग लगभग 19% -20% है क्योंकि सोलर सेल्स में हाई प्यूरिटी होती है। यह सोलर पैनल बेस्ट प्यूरिटी और हाईएस्ट एफिशिएंसी लेवल वाले बेस्ट सोलर पैनल हैं।
Monocrystalline Solar Panel
Bifacial Solar Panel
बाइफेशियल सोलर पैनल
ट्रेडिशनल सोलर पैनलों की तुलना में बाइफेशियल सोलर मॉड्ल कई एडवांटेज प्रदान करते हैं। पावर प्रोडक्शन में वृद्धि करते हुए, सोलर पैनल के दोनों ओर से बिजली प्रोडक्शन कि जा सकती है। नार्मल बिजली की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कम पैनलों की आवश्यकता होती है।
बाइ-फेशियल सोलर पीवी मॉड्ल अक्सर अधिक टिकाऊ होते हैं क्योंकि दोनों साइड UV रेसिस्टेंट होते हैं। जब बाइफेशियल मॉड्ल हाइली रिफ्लेक्टिव सरफेस पर इंस्टॉल किए जाते हैं तो वे अपने बाइ-फेशियल प्रॉपर्टीज से 30% अधिक बिजली जनरेट कर सकते हैं।
मोनोक्रिस्टलाइन और पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल
रूफटॉप और ग्राउंड-माउंटेड इंस्टॉलेशन में मुख्य रूप से दो टाइप के सोलर पैनल का उपयोग किया जाता है- मोनोक्रिस्टलाइन और पॉलीक्रिस्टलाइन। मोनोक्रिस्टलाइन और पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल, दोनों ही बेहतरीन टाइप के सोलर पैनल हैं। लेकिन अक्सर, उनमें से बेस्ट चुनने की बात आती है, तो वे बहुत उलझन जनरेट करते हैं।
यहां हमने सिलेक्शन प्रोसेस को आसान बनाने के लिए दोनों टाइप के सोलर मॉडल के बीच तुलना की है।
Type of solar panel - mono and poly panels
मोनो पैनल
पॉली पैनल
एक्सपेंसिव
प्रभावी लागत
एफिशिएंसी 20% तक
एफिशिएंसी 16% तक
रंग में काला
रंग में ब्लू-ईश
कवर लेस्स रूफ स्पेस
अधिक कवर रूफ स्पेस
कम रोशनी में बेहतर एफिशिएंसी
कम्पेरेटिव रूप से कम एफिशिएंसी
#4. सोलर पैनल प्राइस लिस्ट
सोलर पैनल खरीदते समय हमारे दिमाग को प्रभावित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण फैक्टर “सोलर पैनल का प्राइस” है। आम तौर पर, पैनलों के प्राइस को सोलर प्राइस प्रति वाट में मापा जाता है। सोलर पैनलों का इवैल्यूएशन उनकी वाट कैपेसिटी और एफिशिएंसी के आधार पर किया जाता है।
सोलर इन्वेस्टमेंट बड़ा और वन-टाइम इन्वेस्टमेंट है। यदि आप अपने घर या बिजनेस में सोलर पैनल लगाने जा रहे हैं, तो आपको सोलर पैनल प्राइस के बारे में पता होना चाहिए।
सोलर पैनलों की लागत हाल ही में बदल गई है। आपकी फैसिलिटी के लिए, हम आपको नीचे सभी कैपेसिटीस और ब्रांड के सोलर पैनलों की प्राइस लिस्ट प्रदान कर रहे हैं।
टाटा सोलर पैनल प्राइस
टाटा सोलर पैनल क्लास सोलर पैनल में बेस्ट हैं। यह अत्यंत कुशल पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल हैं, जिनके एफिशिएंसी रेट लगभग 17% है। इसका एल्युमिनियम-एनकेड फ्रेम और टॉप पर टेम्पर्ड ग्लास, जो सभी सोलर सेल्स को कवर करता है, इसे एक्स्ट्रा दूरबिलिटी प्रदान करता है।
सोलर पैनल सभी अंतरराष्ट्रीय स्टैंडर्ड्स के कम्पेटिबल हैं और विभिन्न टाइप की पीवी ऍप्लिकेशन्स में उपयोग किए जा सकते हैं। यह सोलर पैनल 50 वॉट 12 वोल्ट से 330 वॉट 24 वोल्ट तक भारत में बेहद किफायती प्राइस पर उपलब्ध हैं।
Tata Solar Panel
टाटा सोलर पैनल मॉडल
सेल्लिंग प्राइस
प्राइस/वाट
50W सोलरपैनल
रु. 2,200
रु. 44
100W सोलरपैनल
रु. 4,400
रु. 44
150W सोलरपैनल
रु. 6,600
रु. 44
160W सोलरपैनल
रु. 6,720
रु. 42
200W सोलरपैनल
रु. 7,800
रु. 39
250W सोलरपैनल
रु. 7,250
रु. 29
265W सोलरपैनल
रु. 7,685
रु. 29
288W सोलरपैनल
रु. 8,352
रु. 29
300W सोलरपैनल
रु. 8,700
रु. 29
315W सोलरपैनल
रु. 9,135
रु. 29
330W सोलरपैनल
रु. 9,240
रु. 28
(सभी टैक्स सहित) प्लेस, पब्लिसिटी, उपलब्धता, और सोलर ब्रांड के आधार पर प्राइस ± 10% से 12% तक डिफरेंट हो सकते हैं।
सोलर सिस्टम पर सब्सिडी आपकी योग्यता और सोलर सिस्टम के टाइप पर निर्भर करती है।
UTL सोलर पैनल लेटेस्ट मैन्युफैक्चरिंग सोलर मॉडल हैं। इन पैनलों में मजबूती, लाइट वेट एनोडाइज्ड एल्यूमीनियम फ्रेम और हाई मॉइस्चर रेजिस्टेंस के लिए एक यूनिक बैक शीट है।
यह पैनल एक्सट्रीम मौसम की स्थिति में पूरी तरह से रिलाएबल हैं, जिन्हें हैवी बर्फ के लोड का सामना करने के लिए सर्टिफाइड किया गया है। कंपनी 40 से 330 वाट तक की वाट कैपेसिटी वाले पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनलों का प्रोडक्शन करती है।
UTL Solar Panel
UTL सोलर पैनल मॉडल
MRP
सेल्लिंग प्राइस
40 वाट सोलर पैनल
रु. 3,334
रु. 1,856
60 वाट सोलर पैनल
रु. 4,174
रु. 2,375
100 वाट सोलर पैनल
रु. 6,628
रु. 3,686
160 वाट सोलर पैनल
रु. 9,346
रु. 5,242
330 वाट सोलर पैनल
रु. 16,489
रु. 9,603
(सभी टैक्स सहित) प्लेस, पब्लिसिटी, उपलब्धता, और सोलर ब्रांड के आधार पर प्राइस ± 10% से 12% तक डिफरेंट हो सकते हैं।
सोलर सिस्टम पर सब्सिडी आपकी योग्यता और सोलर सिस्टम के टाइप पर निर्भर करती है।
लुमिनस सोलर पैनल अपनी हाई एफिशिएंसी के कारण कम्प्रेहैन्सिव रूप से उपयोग किए जाने वाले सोलर पैनल हैं। इन सोलर पैनलों का निर्माण पिघले हुए सिलिकॉन के टुकड़ों को सांचे में डालकर किया जाता है। फिर उन्हें फ्रेम कर ग्लास शीट्स से कवर दिया जाता है।
लुमिनस सोलर पैनल घर और अन्य पीवी ऍप्लिकेशन्स के लिए बेस्ट प्राइस पर उपलब्ध हैं। यदि आप लागत प्रभावी सोलर पैनल सोलुशन चाहते हैं, तो आपको लुमिनस सोलर पैनल इंस्टॉल करना चाहिए।
Luminous polycrystalline solar panel
मॉडल (वाट)
प्राइस (रु.)
प्राइस/वाट
40W पॉली सोलर पैनल
रु. 1,800
रु. 45
60W पॉली सोलर पैनल
रु. 2,700
रु. 45
75W पॉली सोलर पैनल
रु. 3,000
रु. 40
100W पॉली सोलर पैनल
रु. 3,800
रु. 38
160W पॉली सोलर पैनल
रु. 5,600
रु. 35
200W पॉली सोलर पैनल
रु. 7,000
रु. 35
200W पॉली सोलर पैनल
रु. 6,200
रु. 31
270W पॉली सोलर पैनल
रु. 8,370
रु. 31
325W पॉली सोलर पैनल
रु. 10,075
रु. 31
335W पॉली सोलर पैनल
रु. 10,385
रु. 31
(सभी टैक्स सहित) प्लेस, पब्लिसिटी, उपलब्धता, और सोलर ब्रांड के आधार पर प्राइस ± 10% से 12% तक डिफरेंट हो सकते हैं।
सोलर सिस्टम पर सब्सिडी आपकी योग्यता और सोलर सिस्टम के टाइप पर निर्भर करती है।
वारी सोलर पैनल एक्सट्रीम मौसम की स्थिति में भी लगातार एनर्जी प्रोडक्शन के लिए जाने जाते हैं। यह सोलर पैनल एक्सट्रेमेली लॉन्ग-लास्टिंग होते हैं और इन्हें किसी स्पेशल मेंटेनेंस की आवश्यकता नहीं होती है।
वारी सोलर पैनल रेजिडेंशियल और कमर्शियल दोनों के लिए बेस्ट हैं। एक बार इंस्टॉल होने के बाद, यह पैनल वर्षों तक फंक्शन फ्लॉएड रूप से कार्य करेंगे।
वारी पॉलीक्रिस्टलाइन सोलर पैनल प्राइस 330 वॉट सोलर पैनल के लिए 25 रुपये प्रति वाट से शुरू होता है, और कम कैपेसिटी वाले सोलर पैनल के लिए प्रति वाट प्राइस लगभग 35 रुपये है।
Waaree Polycrystalline Solar Panel
मॉडल/वाट
सेल्लिंग प्राइस
प्राइस/वाट
वारी 330w सोलर पैनल
रु. 8,250
रु. 25
वारी 325w सोलर पैनल
रु. 8,125
रु. 25
वारी 320w सोलर पैनल
रु. 8,000
रु. 25
वारी 270w सोलर पैनल
रु. 6,750
रु. 25
वारी 200w सोलर पैनल
रु. 5,000
रु. 25
वारी 160w सोलर पैनल
रु. 5,600
रु. 35
वारी 100w सोलर पैनल
रु. 3,500
रु. 35
वारी 75w सोलर पैनल
रु. 2,625
रु. 35
वारी 50w सोलर पैनल
रु. 1,750
रु. 35
(सभी टैक्स सहित) प्लेस, पब्लिसिटी, उपलब्धता, और सोलर ब्रांड के आधार पर प्राइस ± 10% से 12% तक डिफरेंट हो सकते हैं।
सोलर सिस्टम पर सब्सिडी आपकी योग्यता और सोलर सिस्टम के टाइप पर निर्भर करती है।
विक्रम सोलर पैनल लेटेस्ट सोलर पैनल हैं जिन्हें हाई क्वालिटी मटेरियल के साथ डिजाइन किया गया है। इन सोलर पैनलों में सोलर सेल को हाई पावर एफिशिएंसी प्राप्त करने के लिए डिज़ाइन किया गया है।
कंपनी 50 वाट से 330 वाट कैपेसिटी वाले सोलर पैनलों की कम्प्लीट सीरीज प्रदान करती है। विक्रम सोलर सिक्योरिटी के लिए एल्यूमीनियम फ्रेम और हाई क्वालिटी ग्लास के साथ सोलर पैनल बनाती है। इन सोलर पैनलों का प्राइस नीचे सूचीबद्ध हैं।
Vikram Monocrystalline Solar Panel
सोलर पैनल मॉडल (वाट)
सेल्लिंग प्राइस
प्राइस/वाट
50 वाट सोलर पैनल
रु. 1,900
रु. 38
75 वाट सोलर पैनल
रु. 2,850
रु. 38
100 वाट सोलर पैनल
रु. 3,300
रु. 33
160 वाट सोलर पैनल
रु. 5,280
रु. 33
200 वाट सोलर पैनल
रु. 5,600
रु. 28
270 वाट सोलर पैनल
रु. 7,560
रु. 28
320 वाट सोलर पैनल
रु. 8,960
रु. 28
325 वाट सोलर पैनल
रु. 9,100
रु. 28
330 वाट सोलर पैनल
रु. 9,240
रु. 28
(सभी टैक्स सहित) प्लेस, पब्लिसिटी, उपलब्धता, और सोलर ब्रांड के आधार पर प्राइस ± 10% से 12% तक डिफरेंट हो सकते हैं।
सोलर सिस्टम पर सब्सिडी आपकी योग्यता और सोलर सिस्टम के टाइप पर निर्भर करती है।
भारत में पावर को बढ़ावा देने के लिए, सरकार MNRE (मिनिस्ट्री ऑफ़ न्यू एंड रिन्यूएबल एनर्जी) के माध्यम से सोलर पर सब्सिडी प्रदान कर रही है। आप अपने स्थान और सोलर सिस्टम इंस्टॉल करने के उद्देश्य के आधार पर सोलर पर 90% तक सब्सिडी प्राप्त कर सकते हैं। नीचे, आप भारत में सोलर सब्सिडी के लिए एक शार्ट विचार प्राप्त कर सकते हैं।
सोलर पैनल शून्य-मेंटेनेंस सोलर प्रोडक्ट हैं। सतह पर जमी डस्ट को हटाने के लिए सोलर पैनलों को रेगुलर साफ करना अनिवार्य है।
रेगुलर सफाई से सोलर पैनल की वर्क एफिशिएंसी के साथ-साथ वर्किंग लाइफ में भी ग्रोथ होगी। सोलर पैनल की सफाई के लिए हम सोलर पैनल क्लीनिंग किट का उपयोग करने की सलाह देते हैं। सोलर पैनलों के बारे में नीचे दी गई बातों को ध्यान में रखना चाहिए।
PV फोटोवोल्टिक पैनलों पर सिटींग और स्टेपिंग प्रेशर न डालें।
सुनिश्चित करें कि इलेक्ट्रिकल शॉक को रोकने के लिए सोलर पैनल प्रॉपर्ली ग्राउंडेड हैं।
ज्वलनशील गैस या एक्सप्लोसिव मैटेरियल्स सोलर पैनल के पास न लाएं।
प्रॉपर प्रोटेक्शन के बिना किसी भी विद्युत कनेक्शन या वायरिंग को कभी न छुएं।
सोलर सिस्टम पर काम करते समय, धातु के गहने पहनने से बचें क्योंकि इससे इलेक्ट्रिक शॉक लग सकता है।
#7. सोलर पैनल फीचर्स
हाई एफिशिएंसी
सोलर पैनल बिजली जनरेट करने का सबसे अच्छा और सस्ता रिसोर्स है। सोलर पैनलों की प्रोडक्शन कैपेसिटी 17% से 22% है। लेकिन कुछ प्रतिष्ठित ब्रांडों के सोलर पैनल 22% से भी अधिक कुशल हो सकते हैं।
अट्रैक्टिव स्वरूप
सोलर पैनल की सतह पर अट्रैक्टिव ट्रांसपरेंट ग्लास कवर होता है। यह न केवल आपका बिजली बिल कम करता हैं बल्कि आपके घर को अपने आप अट्रैक्टिव लुक देता हैं।
एलुमिनियम फ्रेम के साथ सेफ्टी
सोलर पैनल सभी तरफ से एलुमिनियम फ्रेम के साथ कवर होते हैं। यह एलुमिनियम फ्रेम हल्के होने के साथ-साथ बहुत मजबूत हैं। यह सोलर पैनलों को कम्प्लीट सेफ्टी प्रदान करता है ताकि वह वर्षों तक बिना किसी समस्या के काम करें।
कम मेंटेनेंस
सोलर पैनल मेंटेनेंस-फ्री प्रोडक्ट हैं। इसके मेंटेनेंस पर आपको ज्यादा पैसे खर्च करने की जरूरत नहीं है। उन्हें सप्ताह में केवल एक बार पानी और साबुन/शैंपू से धोने की जरूरत है।
सोलर पावर दुनिया भर में अक्षय पावर स्रोतों की लिस्ट में सबसे टॉप पर पहुंच गया है। क्युकी भारत में सोलर पावर की मांग अभी भी बढ़ रही है, इसलिए सोलर पैनल के सौ से अधिक ब्रांड उपलब्ध हैं, जिनमें टाटा सोलर, यूटीएल सोलर, लुमिनस सोलर, पतंजलि सोलर और कई अन्य शामिल हैं।
घर के लिए सबसे अच्छा सोलर पैनल ढूंढना मुश्किल हो सकता है। अपने घर पर सोलर पैनल इंस्टॉल करना कई लोगों के लिए जीवन में एक बार का अवसर हो सकता है। आपको अपनी कमाई का एक बड़ा हिस्सा अगले 25 सालों के लिए निवेश करना होगा। इसलिए आप किसी ऐसी कंपनी से सोलर पैनल नहीं खरीदना चाहेंगे जिससे आपको भविष्य में परेशानी हो।
तो बेस्ट के साथ जाएं, जो अगले 25 वर्षों के लिए ऑन-साइट सर्विस प्रदान कर सके। आपकी सुविधा के लिए हमने बेहतरीन सोलर पैनल की लिस्ट तैयार की है, जिसे आप नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करके देख सकते हैं।
हां, लेकिन सीधे तौर पर नहीं। आप सोलर सिस्टम पर किसी भी साइज का एयर कंडीशनर चला सकते हैं। अगर आप सोलर पावर से चलाने के लिए एयर कंडीशनर लगाने जा रहे हैं तो हम आपको सोलर एसी खरीदने की सलाह देते हैं।
अगर आपके पास पहले से सोलर इन्वर्टर और सोलर बैटरी है और आपको केवल सोलर पैनल की जरूरत है चार्ज कंट्रोलर सहित इसका प्राइस लगभग 30,000 होगा। कम्प्लीट सिस्टम खरीदने के लिए कृपया देखें – 1kW सोलर सिस्टम।
हाँ, आप कंप्यूटर सेंटर को सोलर सिस्टम पर चला सकते हैं। आमतौर पर कंप्यूटर लैब में 10 से 15 डेस्कटॉप कंप्यूटर, 4 पंखे, 2 एग्जॉस्ट, 1 कूलर और 4 ट्यूब लाइट होते हैं, कस्टमर 3 kW सोलर सिस्टम चुन सकते हैं।
सोलर पैनल लगाने की लागत 2 रुपये प्रति वाट से शुरू होकर 10 रुपये प्रति वाट तक है। सोलर सिस्टम की कैपेसिटी, स्थान और सोलर सिस्टम के टाइप पर निर्भर करता है।
प्रति किलोवाट सोलर सिस्टम के लिए लगभग 6 वर्ग मीटर शैडो फ्री एरिया की आवश्यकता होती है। एक 1kW सोलर सिस्टम में, 3 नग। 335 वाट के सोलर पैनल का उपयोग किया जाता है।
छत शैडो फ्री होने चाहिए। सोलर पैनल सीधे आपके रूफटॉप पर नहीं लगाए जाते हैं, सोलर पैनल माउंटिंग स्ट्रक्चर पर होता है जिसे आपकी रूफटॉप के हिसाब से कस्टमाइज किया जा सकता है। यदि उचित धूप है तो हाँ, सोलर पैनल किसी भी टाइप की छत के लिए उपयुक्त हैं।
हां, डीसी फैन को चार्ज कंट्रोलर के जरिए सीधे सोलर पैनल पर चलाया जा सकता है। एसी पंखे के मामले में, सोलर सिस्टम में एक सोलर इन्वर्टर होना चाहिए क्योंकि सोलर सिस्टम डीसी रूप में बिजली जनित करता है।
सोलर पैनल कम मेंटनेस वाले प्रोडक्ट हैं, सोलर पैनलों पर जमा होने वाली डस्ट को हटाने के लिए सोलर पैनलों को रेगुलर साफ करना अनिवार्य है। आपको सोलर पैनल क्लीनिंग किट खरीदना होगा। जिसका प्राइस रु. 3,000 से रु. 5,000 (इसके मॉडल पर निर्भर करता है) है।
भारत में टॉप सोलर ब्रांडों में सोलर पैनल 25 साल की वारंटी के साथ आते हैं। हालांकि, सोलर पैनल के ब्रांड और क़्वालिटी के आधार पर सोलर पैनल का लाइफटाइम 30 साल तक जा सकता है।
हां, मानसून के दौरान सोलर पैनल अपेक्षाकृत कम पावर का प्रोडक्शन करेगा। छाया, बादल और मानसून सोलर पैनलों के प्रदर्शन को प्रभावित करते हैं। सोलर पैनल पर पड़ने वाली सूर्य की किरणें बिजली की मात्रा से संबंधित होती हैं।
सोलर्स पैनलों पर पड़ने वाली सूर्य की रोशनी बिजली में कन्वर्ट हो जाती है। सोलर पैनल से यह बिजली डीसी (डायरेक्ट करंट) के रूप में होती है और चूंकि हम अपने घर में उपकरणों को चलाने के लिए अल्टरनेटिंग करंट का उपयोग करते हैं, इस डायरेक्ट करंट को अल्टरनेटिंग करंट में बदलने के लिए सोलर इन्वर्टर लगाया जाता है।