सोलर वाटर पंप एक नई तकनीक का वाटर पंप है जो सोलर ऊर्जा द्वारा चलाया जाता है। वे भारत में कृषि क्षेत्र में स्पेशल रूप से लाभदायक हैं जहां ग्रिड पावर की पहुंच कम है और डीजल जनरेटर आसानी से उपलब्ध नही हैं। ऐसे स्थिति में सोलर वाटर पंप पर सब्सिडी के बारे में आम आदमी जानना चाहेंगे। नार्मल वाटर पंप में इन्वेस्टमेंट की तुलना में सोलर पंपिंग सिस्टम में इनिशियल इन्वेस्टमेंट अधिक है।
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यही सबसे बड़ा रीज़न है कि छोटे फार्मर अपने खेतों में सोलर वाटर पंप नहीं लगा पा रहे हैं। इसलिए, ऐसे छोटे फार्मर की फाइनेंसियल प्रॉब्लम को हल करने के लिए, गवर्मेंट कई सब्सिडी स्कीम प्रोवाइड करवा रही हैं, ताकि किसानों की उपज और इनकम में वृद्धि हो सके। आइए इन डिफरेंट सब्सिडी प्लान्स के बारे में डिटेल से जानते हैं।
PM-कुसुम योजना स्कीम
प्रधानमंत्री फार्मर एनर्जी प्रोटेक्शन और अपलिफ्ट कैम्पिंग (पीएम-कुसुम) इंडियन सेंटर गवर्मेंट द्वारा ऑर्गेनाइजड और एमएनआरई द्वारा कंडक्टीड एक स्कीम है। PM-KUSUM योजना इंडियन फार्मर्स को इंडिया में भी सोलर पंप और सोलर एनर्जी प्लांट इनस्टॉलड करने में हेल्प करती है।
कुसुम योजना के तहत आपको टोटल कोस्टा का केवल 10% ही अफ्फोर्डेबल करना होगा। बाकी में से 30% सेंटर गवर्मेंट और 30% स्टेट गवर्मेंट द्वारा सोलर पंप सब्सिडी के रूप में प्रोवाइड किया जाएगा। तो कुल मिलाकर आपको अपने सोलर वाटर पंप पर 60% सब्सिडी मिलेगी। शेष 30% फाइनेंसड किया जाएगा।
हमारी फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण ने लगभग 22,000 करोड़ रुपये आवंटित किए। 1 फरवरी 2020 को सोलर एनर्जी सेक्शन के लिए। इस फाइनेंसियल पैकेज के साथ, वह पीएम-कुसुम योजना के मीडियम से फार्मर की हेल्प के लिए 2.83 लाख रुपये से अधिक भी प्रोवाइड करती है। कुसुम योजना के मीडियम से लगभग। 20 लाख फार्मर सोलर वाटर पंप लगाएंगे।
नाबार्ड सब्सिडी योजना
नेशनल बैंक फॉर एग्रीकल्चर एंड रूरल डेवलपमेंट एक इंडियन बैंक है जिसका पर्पस छोटे और नीड्य फार्मर्स को ओवरआल संभावित प्रॉफिट प्रदान करना है। नाबार्ड सोलर एनर्जी प्लांट और सोलर वाटर पंप के लिए भी सब्सिडी प्रदान करता है। यदि कोई फार्मर अपने प्लेस पर सोलर पावर प्लांट लगाना चाहता है तो उसे सोलर प्लांट की कोस्ट का 20 प्रतिशत ही देना होगा। और शेष 80% कोस्ट को थपथपाने के लिए नाबार्ड लोन प्रोवाइड करता है।
इसी तरह यह बैंक सोलर वाटर पंप लगाने के लिए लोन की फैसिलिटी भी दे रहा है। सोलर पंप स्थापित करने के लिए फार्मर को कोस्ट का केवल 60% पेमेंट करना होगा और शेष 40% नाबार्ड द्वारा सब्सिडी दी जाएगी। हालांकि, यह 60% भी इसी बैंक द्वारा फाइनेंसड किया जाएगा। कोई भी पर्सन इन लोन्स को लेटेस्ट इंटरेस्ट रेट्स पर रिसीवड कर सकता है। इंटरेस्ट रेट्स ओरिजिनल रूप से आरबीआई की गाइडलाइन पर डिपेंड करेंगी।
पारदर्शी फार्मर सेवा योजना-UP
परदर्शी फार्मर सेवा योजना उत्तर प्रदेश गवर्मेंट द्वारा स्टार्ट की गई है। यह मूल रूप से एक सब्सिडी योजना है जो उन फार्मर्स को सब्सिडी प्रदान करती है जो अपने खेतों में सोलर वाटर पंप स्थापित करना चाहते हैं। इस योजना के मीडियम से UP गवर्मेंट का ऐम सिंचाई कोस्ट को कम करना और फार्मर्स को सीमलेस सिंचाई फैसिलिटी प्रोवाइड करना है चाहे वे बड़े हों या छोटे।
इस प्लान के अनुसार सेंटर और स्टेट गवर्मेंट जॉइंट फॉर्म से सोलर वाटर पंप सब्सिडी प्रदान करेगी। यदि कोई फार्मर परदर्शी किसान सेवा योजना के तहत सोलर एनर्जी ऑपरेटेड वाटर पंप स्थापित करता है, तो उसे टोटल कोस्ट का अराउंड 90% सब्सिडी मिल सकेगी।
पंजाब सोलर पंप सब्सिडी
जब उत्तर प्रदेश और हरियाणा जैसी अन्य स्टेट गवर्मेंट फेर्मर्स को सब्सिडी प्रदान कर रही हैं, तो पंजाब गवर्मेंट इस लिस्ट में कैसे पीछे रह सकती है। ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देने के लिए, पंजाब गवर्मेंट ने फार्मर्स के लिए एग्रीकल्चर और सिंचाई के क्षेत्र में सोलर वाटर पंप स्थापित करने के लिए सब्सिडी प्लान भी शुरू की।
पंजाब गवर्मेंट की इस योजना के तहत, टोटल कोस्ट का 75% सेंट्रल फाइनेंसियल हेल्प (सीएफए) के रूप में उन फार्मर्स को प्रोवाइड किया जाएगा जो अपने खेतों में सोलर वाटर पंप स्थापित करने के इच्छुक हैं। यह न केवल फार्मर को अल्टरनेटिव सिंचाई सोर्स स्थापित करने में हेल्प करता है बल्कि हमारे एनवायरनमेंट से कार्बन फुटप्रिंट को कम करने में भी हेल्प करता है।
मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना-MP
मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना मध्य प्रदेश स्टेट में शुरू और कार्यान्वित की गई है। यह मूल रूप से सेंटर गवर्मेंट यानी लेटेस्ट और रिन्यूएबल एनर्जी मिनिस्ट्री और मध्य प्रदेश गवर्मेंट की एक जॉइंट प्लान है। इस प्लान को शुरू करने का इम्पोर्टेन्ट पर्पस स्टेट में ओवरआल रूप से ग्रीन एनर्जी को बढ़ावा देना है।
मुख्यमंत्री सोलर पंप योजना के तहत फार्मर को प्रोजेक्ट की टोटल कोस्ट का केवल 10% ही पेमेंट करना होगा। प्रोजेक्ट की शेष 90% कोस्ट स्टेट गवर्मेंट (एमएनआरई) की हेल्प से स्टेट सरकार द्वारा स्पोंसर्ड या दी जाएगी।
हरियाणा सोलर पंप सब्सिडी
हरियाणा इंडिया का एक ऐसा स्टेट है जहां एग्रीकल्चर योग्य भूमि बहुत है। और हरियाणा गवर्मेंट फार्मर वेलफेयर के लिए कोई प्लान नहीं लाती, ऐसा कैसे हो सकता है। स्टेट में फार्मर्स की हेल्प करने और उनकी बेस्ट इमेज बनाए रखने के लिए, हरियाणा गवर्मेंट ने सोलर वाटर पंप सब्सिडी योजना भी शुरू की है।
हरियाणा सोलर पंप योजना में फार्मर्स को टोटल कोस्ट का केवल 10% ही देना होगा। और बाकी 90% का पेमेंट सेंटर और स्टेट गवर्मेंट द्वारा जॉइंट रूप से किया जाएगा। सब्सिडी प्राप्त करने के लिए, स्थापना से पहले अपने स्टेट की सोलर एजेंसियों से संपर्क करें।
सोलर सिंचाई योजना-HP
सोलर सिंचाई योजना हिमाचल प्रदेश की कैबिनेट कमेटी द्वारा लागू की गई है। जो फार्मर अपने खेतों में सोलर वाटर पंप लगाना चाहते हैं, उन्हें सब्सिडी आवंटित करने के लिए टोटल 224 करोड़ रुपये का बजट प्रदान किया जा रहा है। यह प्लान टोटल कोस्ट का लगभग 90% कवर करेगी। यह 90% कोस्ट स्टेट गवर्मेंट द्वारा पेमेंट की जाएगी और शेष 10% का पेमेंट लाभार्थी (हिमाचल प्रदेश के छोटे या मार्जिनल फार्मर ) द्वारा स्वयं किया जाएगा।
हिमाचल गवर्मेंट मीडियम और एल्डर फार्मर्स को भी 80% सब्सिडी प्रदान कर रही है। इन सभी सब्सिडी के बजाय, स्टेट गवर्मेंट स्माल और मार्जिनल फार्मर्स के ग्रुप /फार्मर डेवेलपमेंट एसोसिएशन्स /फार्मर्स के रजिस्टर्ड बॉडी को भी हंड्रेड -परसेंट फाइनेंसियल हेल्प प्रदान करेगी।
मुख्यमंत्री सोलर कृषि पंप योजना
महाराष्ट्र गवर्मेंट ने स्टेट भर के स्माल फार्मर्स को प्रॉफिट प्रदान करने के लिए मुख्यमंत्री सोलर कृषि पंप प्लान शुरू की है। इस प्लान के तहत, महाराष्ट्र गवर्मेंट का ऐम अराउंड 1,00,000 ऑफ ग्रिड सोलर जल पंप स्थापित करना है। यह प्लान तीन अलग-अलग स्टेप्स में लागू की जाएगी।
फर्स्ट स्टेप में 25 हजार सोलर ऊर्जा से चलने वाले पंप, सेकेंड स्टेप में 50 हजार पंप और लास्ट स्टेप में 25 हजार पंप लगाए जाएंगे। इस प्लान के तहत, स्टेट गवर्मेंट टोटल प्रोजेक्ट्स की 90% कास्ट का भुगतान करेगी और शेष का भुगतान लाभार्थी द्वारा स्वयं किया जाएगा।
राजस्थान सोलर पंप योजना
राजस्थान गवर्मेंट भी स्टेट भर में सोलर एनर्जी प्रोडक्ट्स को बढ़ावा देने में इम्पोर्टेन्ट रोल निभा रही है। सोलर वाटर पंपिंग सिस्टम को बढ़ावा देने के लिए राजस्थान गवर्मेंट सोलर वाटर पंप पर भी सब्सिडी दे रही है। सोलर पंपों पर सब्सिडी से हैवी इन्वेस्टमेंट का बर्डन एक बार में ही कम हो जाएगा।
सोलर वाटर पंप पर सब्सिडी देने के लिए राजस्थान गवर्मेंट ने सेंटर गवर्मेंट के साथ नेक्सस किया है। इस सब्सिडी प्लान के तहत, स्टेट गवर्मेंट टोटल कास्ट का 60% तक प्रदान करेगी और बाकी का भुगतान मालिक को ही करना होगा।
सूर्य रायथा योजना-कर्नाटक
कर्नाटक गवर्मेंट ने कर्नाटक स्त्स्ते में सूर्य रायथा प्लान का अनावरण किया। यह प्लान 19 जनवरी, 2018 को कनकपुरा गांव में शुरू की गई है। इस प्लान के अंडर ऑन ग्रिड/ग्रिड कनेक्टेड सोलर वाटर पंप लगाया जाएगा जो नेट मीटरिंग की सुविधा से भी लैस है। वे आपको न केवल एनर्जी का एक अल्टरनेटिव सोर्स प्रदान करेंगे बल्कि आपके एरियाज से आपकी इनकम में भी ग्रोथ करेंगे।
कर्नाटक में, गवर्मेंट सूर्य रायथा प्लान के अंडर 90% सब्सिडी प्रदान करेगी और शेष 10% का भुगतान ओनर द्वारा स्वयं किया जाएगा। इस प्लान को बैंगलोर इलेक्ट्रिसिटी सप्लाई कंपनी (BESCOM) से इंटरेस्ट फ्री सॉफ्ट लोन द्वारा फाइनेंसड किया गया है और फ़ार्मेस के लिए डिफरेंट सब्सिडी का फ्यूज़न किया गया है।
सोलर सब्सिडी के बारे में अधिक जानने के लिए, कृपया हमारे पेज पर जाएँ: सोलर पैनल पर सब्सिडी।
नोट: ऊपर बताये गये सब्सिडी प्लान्स में से, पीएम-कुसुम प्लान , पूरे इंडिया में लागू है। इस प्लान के अंतर्गत सोलर वाटर पंप लगाने वाला हर व्यक्ति को 90% तक गवर्मेंट सब्सिडी पाने का हक है।
इंडिया में टॉप सोलर ब्रांड
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Written by: Bhanwar Chauhan & Updated On: 05/11/2021 By: Yankita